फेकू खबरी: बनियान से नाक पोछने पर मम्मी ने की जमकर पिटाई, लड़के ने लिखा कम्पनी को खुला पत्र!
05:56
भोपाल
बुधवार शाम बंटी की उसकी मम्मी ने तब जमकर पिटाई कर दी जब वह अपनी बनीयान से नाक पोछता हुआ रंगे हाथ पकड़ा गया । पिटाई खाने के बाद बंटी ने घर पर भूख हड़ताल कर गुस्से में बनियान कंपनी को एक खुला पत्र लिख डाला जिसमे उसने यह ज़िक्र किया की वो आपके टैग लाइन से प्रेरित होकर चश्मा पोछता था, नाक पोछता था, खाना खाने के बाद हाथ भी बनियान से पोछ लेता था ये सब करने में मज़ा आता था ।
जब खुले में 'सोच' के संवाददाता ने बंटी से फ़ोन पर बात की तो आप भी पढ़िए राहुल ने क्या कहा " टीवी पर बनियान के इतने एड आते है की मैंने सोचा बड़े आराम से बनिया का इस्तेमाल किन-किन चीज़ों में हो सकता है तो मैंने शुरुआत नाक पोछने से की और धीरे-धीरे उसके सदुपयोग बढ़ने लगे, पर जब से मम्मी ने मुझे पकड़ा है मुझे कंपनी के टैग लाइन्स से दिक्कत होने लगी है इसलिए मैंने उन्हें खुला पत्र लिखा है।"
बंटी से जब पूछा की आखिर उस खत में ऐसा क्या लिखा है तो पढ़िए क्या लिखा है-
इस खत को पढ़ने के बाद हमारे खुले में 'सोच' संवाददाता ने बनियान कंपनी के मार्केटिंग हेड से भी बात की तो उन्होंने आश्वस्त किया है की इस मामले पर जल्द से जल्द फैसला लिया जायेगा और आगे से किसी भी बच्चे को इस तरह की परेशानी से नहीं गुज़ारना होगा।
ये पढ़ा क्या:- फेकू खबरी: पत्थरबाजों का सालाना पैकेज देख इंजीनियर ने छोड़ शुरू किया अपना स्टार्टअप, INVESTOR की तलाश|
यह पत्र धड़ल्ले से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है और ये खत बंटी की मम्मी ने फेसबुक वाल पर पढ़ लिया है अब देखना ये है की अब आगे बंटी का क्या होगा ।
तब तक आप खुले में 'सोच' करे "शौच" नहीं ।
बुधवार शाम बंटी की उसकी मम्मी ने तब जमकर पिटाई कर दी जब वह अपनी बनीयान से नाक पोछता हुआ रंगे हाथ पकड़ा गया । पिटाई खाने के बाद बंटी ने घर पर भूख हड़ताल कर गुस्से में बनियान कंपनी को एक खुला पत्र लिख डाला जिसमे उसने यह ज़िक्र किया की वो आपके टैग लाइन से प्रेरित होकर चश्मा पोछता था, नाक पोछता था, खाना खाने के बाद हाथ भी बनियान से पोछ लेता था ये सब करने में मज़ा आता था ।
जब खुले में 'सोच' के संवाददाता ने बंटी से फ़ोन पर बात की तो आप भी पढ़िए राहुल ने क्या कहा " टीवी पर बनियान के इतने एड आते है की मैंने सोचा बड़े आराम से बनिया का इस्तेमाल किन-किन चीज़ों में हो सकता है तो मैंने शुरुआत नाक पोछने से की और धीरे-धीरे उसके सदुपयोग बढ़ने लगे, पर जब से मम्मी ने मुझे पकड़ा है मुझे कंपनी के टैग लाइन्स से दिक्कत होने लगी है इसलिए मैंने उन्हें खुला पत्र लिखा है।"
बंटी से जब पूछा की आखिर उस खत में ऐसा क्या लिखा है तो पढ़िए क्या लिखा है-
प्रिय बनियान कंपनी,
प्रिय बनियान कंपनी,
आपका मैं बहुत बड़ा फैन हूँ। मेरे घर आपकी कंपनी की ही बनियानें आती हैं। पापा और मैं आपकी ही कंपनी की बनियान पहनते हैं, पर मैं अब आपकी कंपनी की बनियान न पहनने का संकल्प लेता हूँ, क्योंकि मैंने बनियान सिर्फ पहनी ही नहीं, साथ में उसके कई उपयोग भी किये हैं। जैसे मैं चश्मा पोछता था, नाक पोछता था, खाना खाने के बाद हाथ भी बनियान से पोछ लेता था ये सब करने में मज़ा आता था। पर एक दिन मेरी मम्मी ने मुझे नाक पोछते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया और जमकर धुनाई हुई। क्योंकि मैंने टीवी पर आपका एड देखा था, जिसमें मॉडल बड़े स्टाइल से कहता है "बड़े आराम से" और मैंने बड़े आराम से ही नाक पोछने की कोशिश की थी। अब मैं चाहता हूँ कि मुझे पीटने पर या तो १० बनियान के पैकेट भेजें या फिर अब मैं किसी और कंपनी की बनियान खरीदूंगा। फैसला आपके हाथ है पर मैं नाक पोछना नहीं छोडूंगा ।
आपका प्रिय कस्टमर बंटी (पिटाई वाला )
आपका मैं बहुत बड़ा फैन हूँ। मेरे घर आपकी कंपनी की ही बनियानें आती हैं। पापा और मैं आपकी ही कंपनी की बनियान पहनते हैं, पर मैं अब आपकी कंपनी की बनियान न पहनने का संकल्प लेता हूँ, क्योंकि मैंने बनियान सिर्फ पहनी ही नहीं, साथ में उसके कई उपयोग भी किये हैं। जैसे मैं चश्मा पोछता था, नाक पोछता था, खाना खाने के बाद हाथ भी बनियान से पोछ लेता था ये सब करने में मज़ा आता था। पर एक दिन मेरी मम्मी ने मुझे नाक पोछते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया और जमकर धुनाई हुई। क्योंकि मैंने टीवी पर आपका एड देखा था, जिसमें मॉडल बड़े स्टाइल से कहता है "बड़े आराम से" और मैंने बड़े आराम से ही नाक पोछने की कोशिश की थी। अब मैं चाहता हूँ कि मुझे पीटने पर या तो १० बनियान के पैकेट भेजें या फिर अब मैं किसी और कंपनी की बनियान खरीदूंगा। फैसला आपके हाथ है पर मैं नाक पोछना नहीं छोडूंगा ।
आपका प्रिय कस्टमर बंटी (पिटाई वाला )
इस खत को पढ़ने के बाद हमारे खुले में 'सोच' संवाददाता ने बनियान कंपनी के मार्केटिंग हेड से भी बात की तो उन्होंने आश्वस्त किया है की इस मामले पर जल्द से जल्द फैसला लिया जायेगा और आगे से किसी भी बच्चे को इस तरह की परेशानी से नहीं गुज़ारना होगा।
ये पढ़ा क्या:- फेकू खबरी: पत्थरबाजों का सालाना पैकेज देख इंजीनियर ने छोड़ शुरू किया अपना स्टार्टअप, INVESTOR की तलाश|
यह पत्र धड़ल्ले से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है और ये खत बंटी की मम्मी ने फेसबुक वाल पर पढ़ लिया है अब देखना ये है की अब आगे बंटी का क्या होगा ।
तब तक आप खुले में 'सोच' करे "शौच" नहीं ।

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